वो दिल ही क्या जो वफ़ा ना करे; तुझे भूल कर जिएं कभी खुदा ना करे; रहेगी तेरी दोस्ती मेरी जिंदगी बन कर; वो बात और है, अगर जिंदगी वफ़ा ना करे! |
समुन्दर की ख़ामोशी, उसकी गहराई बताती है; दोस्तों की कमी, अपनी तन्हाई बताती है; वैसे तो दोस्त हमेशा प्यारे होते हैं; पर उनकी कीमत उनकी जुदाई बताती है! |
जिसका वजूद नहीं, वह हस्ती किस काम की; जो मजा न दे, वह मस्ती किस काम की; जहा दिल न लगे, वो बस्ती किस काम की; हम आपको याद न करें, तो फिर हमारी दोस्ती किस काम की! |
खुदा ने कहा दोस्ती न कर, दोस्ती में तु खो जायेगा; मैंने कहा, "ए खुदा जमीन पर आकर मेरे दोस्त से तो मिल, तु भी उस पर फ़ना हो जाएगा"! |
दोस्ती गुनाह है, तो होने मत देना; दोस्ती खुदा है, तो खोने मत देना; जब करना दोस्ती किसी से कभी; तो उस दोस्त को, रोने मत देना! |
जिंदगी नहीं हमें दोस्तों से प्यारी! दोस्तों पर हाजिर है, जान हमारी! आँखों में हमारी आंसू हैं तो क्या; जान से भी प्यारी है मुस्कान तुम्हारी! |
कौन कहता है दोस्त, तुमसे हमारी जुदाई होगी; ये खबर किसी और ने उड़ाई होगी; शान से रहेंगे हम आपके दिल में; दोस्ती के इस खेल में हमने; कुछ तो जगह बनाई होगी! |
लोग कहते हैं कि इतनी दोस्ती मत करो की दोस्ती दिल पर सवार हो जाए! हम कहते हैं कि दोस्ती इतनी करो की दुश्मन को भी तुमसे प्यार हो जाए! |
मत ढूढ़ ऍय दोस्त, कमजोरियां मुझमें; तु भी तो शामिल है, मेरी कमजोरियों में! |
बहुत खूबसुरत है, यह साथ तुम्हारा; बना दीजिये इससे किस्मत हमारी; उसे और क्या चाहिए दुनिया में; जिसे मिल गयी हो, दोस्ती तुम्हारी! |