है जिंदगी माना दर्द भरी; फिर भी इसमें ये राहत भी है; मैं हूँ तेरा और तु है मेरी; यूहीं रहें हम ये चाहत भी है। |
भीगी पलकों के संग मुस्कुराते हैं; पल-पल दिल को कुछ और बहलाते हैं हम; तू दूर है हमसे तो क्या हुआ मेरे दिलबर; हर सांस में तेरी आहट को पाते हैं हम। |
तन्हाईयों में मुस्कुराना इश्क है; एक बात को सबसे छुपाना इश्क है; यूं तो नींद नहीं आती हमें रात भर; मगर सोते-सोते जागना और जागते-जागते सोना इश्क है। |
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है; एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है; लगने लगते हैं अपने भी पराये; और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है। |
तेरे नाम को होंटो पर सजाया है मैंने; तेरे रूह को अपने दिल में बसाया है मैंने; दुनिया तुम्हें ढूढ़ते-ढूढ़ते हो जायेगी पागल; दिल के ऐसे कोने में छुपाया है मैंने। |
राह ताकते हैं हम उनके इंतज़ार में; साँसे भरते हैं उनके एक दीदार में; रात न कटती है न होता है सवेरा; जबसे दिल के हर कोने में हुआ है आपका बसेरा। |
चाँद निकलेगा तो दुआ मांगेंगे; अपने हिस्से में मुकदर का लिखा मांगेंगे; हम तलबगार नहीं दुनिया और दौलत के; हम रब से सिर्फ आपकी वफ़ा मांगेंगे। |
सपना कभी साकार नहीं होता; मोहब्बत का कोई आकार नहीं होता; सब कुछ हो जाता है इस दुनियां में; मगर दोबारा किसी से प्यार नहीं होता। |
तेरी मोहब्बत को तो पलकों पर सजायेंगे; मर कर भी हर रस्म हम निभायेंगे; देने को तो कुछ भी नहीं है मेरे पास; मगर तेरी ख़ुशी मांगने हम खुदा तक भी जायेंगे। |
मुझे इस बात का गम नहीं कि बदल गया ज़माना; मेरी जिंदगी तो सिर्फ तुम हो, कहीं तुम ना बदल जाना! |