कोई त्रुटी तर्क-वितर्क करने से सत्य नहीं बन सकती और ना ही कोई सत्य इसलिए त्रुटी नहीं बन सकता है क्योंकि कोई उसे देख नहीं रहा। |
किसी भी कीमत पर स्वतंत्रता का मोल नहीं किया जा सकता। वह जीवन है। भला जीने के लिए कोई क्या मोल नहीं चुकाएगा? |
क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं। |
मैं मरने के लिए तैयार हूँ, पर ऐसी कोई वज़ह नहीं है जिसके लिए मैं मारने को तैयार हूँ। |
इंसान अपने विचारों से निर्मित प्राणी है, वो जैसा सोचता है वैसा बन जाता है। |
जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है। |
थोडा सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है! |
मैं किसी को गंदे पैरों के साथ अपने दिमाग से नहीं गुजरने दूंगा! |
पृथ्वी सभी मनुष्यों की ज़रुरत पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है; लेकिन लालच पूरा करने के लिए नहीं! |
खुद वो बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं! |